tag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post6863411743733399724..comments2023-10-20T18:37:46.631+05:30Comments on गठरी: गुजारिशअजय कुमारhttp://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-74107623138501676222009-12-08T21:04:23.947+05:302009-12-08T21:04:23.947+05:30acchi lines hai khaskar shuru ki panktiya.... cong...acchi lines hai khaskar shuru ki panktiya.... congtrates......Unknownhttps://www.blogger.com/profile/08678790012043976773noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-44978934527436656172009-11-25T04:29:20.364+05:302009-11-25T04:29:20.364+05:30Bahot hi badiya ajay ji ..pad ke bahot anand aaya....Bahot hi badiya ajay ji ..pad ke bahot anand aaya...manish mauryahttps://www.blogger.com/profile/05716914879688754739noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-77560605666999377942009-11-09T16:32:06.855+05:302009-11-09T16:32:06.855+05:30bahut hi sundarbahut hi sundarPrashanthttps://www.blogger.com/profile/00427115857595400279noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-4135080520957444232009-10-25T13:38:52.317+05:302009-10-25T13:38:52.317+05:30gujarish karte rahiyegujarish karte rahiyeAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-7512673176363033852009-10-24T17:58:26.071+05:302009-10-24T17:58:26.071+05:30Behad sundar khayalaat hain...utne hee sundar dhan...Behad sundar khayalaat hain...utne hee sundar dhang se pesh kiye gaye hain..Aakharee 2 panktiyon me saraa nichod samaa gaya hai..kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-27045125628631475402009-10-23T08:08:31.033+05:302009-10-23T08:08:31.033+05:30बहुत ही सुंदर और गहरे भाव के साथ लिखी हुई आपकी ये...बहुत ही सुंदर और गहरे भाव के साथ लिखी हुई आपकी ये शानदार रचना प्रशंग्सनीय है!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-18595965092637642702009-10-22T21:56:37.195+05:302009-10-22T21:56:37.195+05:30जब भी पूछा उनसे है प्यार तुम्हें मुझसे
नज़रें वो झ...जब भी पूछा उनसे है प्यार तुम्हें मुझसे <br />नज़रें वो झुकाते इजहार नहीं करते <br /><br />बहुत सुंदर....!!<br /><br />ढूढो ऐसी दुनिया इंसान जहां पर हों <br />मज़हब में बंटे दर को संसार नहीं कहते ....<br /><br />वाह...वाह.....बहुत खूब ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-32054760533026766272009-10-22T20:05:38.210+05:302009-10-22T20:05:38.210+05:30ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों
मजहब में बँटे ...ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों<br />मजहब में बँटे दर को संसार नहीं कहते |<br /><br />बहुत सुंदर रचना है ।मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-35584859118485281312009-10-22T18:28:59.956+05:302009-10-22T18:28:59.956+05:30जब भी पूछा उनसे ,है प्यार तुम्हें मुझसे ?
नज़रें व...जब भी पूछा उनसे ,है प्यार तुम्हें मुझसे ?<br />नज़रें वो झुकाते हैं , इजहार नहीं करते |<br /><br />अब ये भी तो एक इज़हार ही है. <br />सुन्दर रचना.डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-55951667313446727172009-10-22T13:22:39.869+05:302009-10-22T13:22:39.869+05:30ये सच है नहीं आये ,मिलने के लिए तुमसे
पर ये न समझ ...ये सच है नहीं आये ,मिलने के लिए तुमसे<br />पर ये न समझ लेना ,हम प्यार नहीं करते...kuch to mazburia rahi hongee...डिम्पल मल्होत्राhttps://www.blogger.com/profile/07224725278715403648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-9991670478144277902009-10-22T12:28:51.381+05:302009-10-22T12:28:51.381+05:30bahut sunder...........bahut hi achchi lagi yeh ra...bahut sunder...........bahut hi achchi lagi yeh rachna............डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-6499184818238951092009-10-21T17:34:57.455+05:302009-10-21T17:34:57.455+05:30आपकी शुभकामनाओं से मैं निकल पड़ा हूँ ऐसा ही संबल म...आपकी शुभकामनाओं से मैं निकल पड़ा हूँ ऐसा ही संबल मिलता रहेगा तो लिखता भी रहूँगा पढ़े और टिप्पणी करते रहें तो पथ प्रदर्शन होता रहेगा।<br /><br />दिपावली की शुभकामनाओं सहितAjay Tripathihttps://www.blogger.com/profile/09626682756610333149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-87741198784184508172009-10-21T17:21:55.097+05:302009-10-21T17:21:55.097+05:30जब भी पूछा उनसे ,है प्यार तुम्हें मुझसे ?
नज़रें व...जब भी पूछा उनसे ,है प्यार तुम्हें मुझसे ?<br />नज़रें वो झुकाते हैं , इजहार नहीं करते |<br />बेहद खूबसूरत रचना. एहसासो का जखीरा रख दिया आपनेM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-91368579482919242042009-10-21T16:45:29.521+05:302009-10-21T16:45:29.521+05:30इंसानियत की भावना से लबरेज गजल को पढ कर अच्छा लगा।...इंसानियत की भावना से लबरेज गजल को पढ कर अच्छा लगा। बधाई स्वीकारें।<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-5889481122695540512009-10-21T15:52:19.681+05:302009-10-21T15:52:19.681+05:30जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा
रखा है ,अब ज...जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलम जनब गठरी जी ,आप में ने कोई दर्द छिपा<br />रखा है ,अब जो रिस -रिस के निकल रहा है <br />दर्द को अन्दर जमने मत दीजिये ...भई खूब <br />लिखा आप ने ,कायल हो गया आप की कलमभंगारhttps://www.blogger.com/profile/01062901182631604569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-73821722064053173972009-10-21T14:51:02.633+05:302009-10-21T14:51:02.633+05:30ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों
मजहब में बँटे...ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों <br />मजहब में बँटे दर को संसार नहीं कहते |<br /><br />सुन्दर भावों से सजी इस कविता के लिए, <br />आपको बहुत-बहुत बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-89179787090825792182009-10-21T14:40:58.561+05:302009-10-21T14:40:58.561+05:30khubsurt rachan hai
ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ प...khubsurt rachan hai<br />ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों<br />मजहब में बँटे दर को संसार नहीं कहते |<br /><br />bahut acha sherशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-63661757123143300262009-10-21T13:48:29.783+05:302009-10-21T13:48:29.783+05:30ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों
मजहब में बँटे ...ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों<br />मजहब में बँटे दर को संसार नहीं कहते |<br />वाह बहुत सुन्दर शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-9870438550921224412009-10-21T13:48:03.199+05:302009-10-21T13:48:03.199+05:30ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों
मजहब में बँटे ...ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों<br />मजहब में बँटे दर को संसार नहीं कहते | <br /><br />बेहद सारगर्भित पंक्तियांनीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-54757482015372100982009-10-21T12:38:31.865+05:302009-10-21T12:38:31.865+05:30अच्छा जा रहें हैं जनाब. बधाई.अच्छा जा रहें हैं जनाब. बधाई.BAD FAITHhttps://www.blogger.com/profile/04060899841399034989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-20002782523536335702009-10-21T12:37:13.147+05:302009-10-21T12:37:13.147+05:30सरस, रोचक रचना के लिए बधाई।सरस, रोचक रचना के लिए बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-83893354894688347702009-10-21T12:24:48.501+05:302009-10-21T12:24:48.501+05:30kamaal hai bhaai,log bhi aapke khoob aa rahe hai.....kamaal hai bhaai,log bhi aapke khoob aa rahe hai....aise hi likhte rahiye......VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-32262022772445678202009-10-21T12:00:47.966+05:302009-10-21T12:00:47.966+05:30ये सच है नहीं आये ,मिलने के लिए तुमसे
पर ये न समझ...ये सच है नहीं आये ,मिलने के लिए तुमसे <br />पर ये न समझ लेना ,हम प्यार नहीं करते <br /><br />बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-91048920667138135102009-10-21T11:54:48.884+05:302009-10-21T11:54:48.884+05:30ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों
मजहब में बँटे ...ढूंढो ऐसी दुनिया ,इंसान जहाँ पर हों<br />मजहब में बँटे दर को संसार नहीं कहते |<br /><br />बहुत सुन्दर सही लिखा आपने शुक्रियारंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2183148948888450420.post-62754358322121760032009-10-21T11:54:23.577+05:302009-10-21T11:54:23.577+05:30ये सच है नहीं आये ,मिलने के लिए तुमसे
पर ये न समझ...ये सच है नहीं आये ,मिलने के लिए तुमसे <br />पर ये न समझ लेना ,हम प्यार नहीं करते...<br /><br />सुभान अल्ला ........ कमल का शेर है यह .... प्यार तो हम करते ही हैं ...........<br />बहुत खूबसूरत लिखा है .........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com