रुख पे जुल्फें हैं ये , अंधेरी रात नही ।
घटायें घिर आयीं , फिर भी बरसात नही॥
तुम्हारा साथ नही , इश्क की बात नही ।
चाँदनी रात में भी , दिल के जज्बात नही॥
रुख पे पर्दा भी नही , अदा नजर की वही ।
जख्म हमको न मिले , ऐसे हालात नही ॥
प्यार में हार नही ,प्यार में जीत नही ।
प्यार शतरंज नही ,शह नही मात नही ॥
शब्द होंठों पे नहीं , फूल बालों में नहीं
सिर्फ हम-तुम फिर भी ,कुछ खयालात नहीं ॥
तुम्हारा दिल भी नहीं ,फूल का गुच्छा भी नहीं ।
कुछ तो दे दो मुझको , इक तबस्सुम ही सही ॥
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ReplyDeleteप्यार कोई शतरंज नहीं...वाह !, उम्दा रचना !
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प्यार में शह मात कैसा
ReplyDeleteपर अड़ंगा डालता है पैसा
सुन्दर् रचना
उच्च कोटि की रचना...
ReplyDeleteसुंदर रचना
ReplyDeletemere blog par "ek tara"
बढिया रचना है गठरी मे ।
ReplyDeleteप्यार में हार नही ,प्यार में जीत नही ।
ReplyDeleteप्यार शतरंज नही ,शह नही मात नही ॥
बहुत खूबसूरत बात ...
कुछ तो दे दो, एक तबस्सुम ही सही...
ReplyDeleteबहुत अच्छे..
राजेश
अजय जी ख़यालात बड़े ख़ूबसूरत हैं, वाक़ई थोड़ी तरतीब बख़्स देते तो और मज़ा आ जाता!
ReplyDeleteतुम्हारा दिल भी नहीं ,फूल का गुच्छा भी नहीं ।
ReplyDeleteकुछ तो दे दो मुझको , इक तबस्सुम ही सही ॥
उम्दा रचना...
bahut hi karine se aapne ehsaas piroye hain
ReplyDeletebadhai
प्यार में हार नही ,प्यार में जीत नही
ReplyDeleteप्यार शतरंज नही ,शह नही मात नही ...
बहुत खूब ... सच है प्यार में कैसी हार और कैसी जीत ... इस खेल मिएँ तो हर कोई हारता है और हर कोई जीतता है ... लाजवाब रचना है ...
बेहतरीन ग़ज़ल... सुंदर भावों के साथ
ReplyDeleteशब्द होंठों पे नहीं , फूल बालों में नहीं
ReplyDeleteसिर्फ हम-तुम फिर भी ,कुछ खयालात नहीं ॥
वाह-वाह क्या बात है ..शुक्रिया
चलते -चलते पर आपका स्वागत है
प्यार मे हार नही जीत नही---- वाह बहुत खूबसूरत शायरी है। बधाई।
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत और लाजवाब रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई !
ReplyDeletesach kahaa aapne Pyar to ek bhawna hai koi Jang ka maidaan nhi
ReplyDeletebhut sundar rachna
ReplyDeleteप्यार शतरंज नही ,शह नही मात नही
ReplyDeleteबहुत सही ...बेहतरीन प्रस्तुति ।
गठरी में आने पर सबसे अधिक प्रसन्नता तो स्लाइड शो को देखकर होती है उसके बाद उम्दा रचना सोने पर सुहागा का काम करती है...
ReplyDeleteबेहतरीन एवं भावपूर्ण रचना के लिए बधाई |
Sundar prastuti ke liye Dhanyavad.Plz visit my blog.
ReplyDeleteutkristh rachna....aur sach kaha pyari slideshow...
ReplyDeleteप्यार मे हार नही प्यार मे जीत नही नही
ReplyDeleteप्यार शतरंज नही शह मात नही।वाह लाजवाब शेर। पूरी गज़ल बहुत अच्छी लगी। बधाई, आशीर्वाद।
पहली बार गठरी पर आया अच्छा लगा , आप की कविताओं की शालीनता ने मन मोह लिया ..
ReplyDeleteअजय जी
ReplyDeleteआप की गढ़री बहुत मजबूत है |
पढ़ कर मजा आ गया,|
आप किस चेनल में है
..........चिरागों को रौशनी.....सितारों को पैगाम मिल गए........
ReplyDelete...............कलियों ने सर उठाया ...भवरों को नाम मिल गए...
.....घर से निकले थे .....कहने तुझे दिल की बात .......
......... कम्बक्त दर पर तेरे आशिक तमाम मिल गए .......