अरे ई होली का है सुरूर ।
खा के भांग,नशे में चूर ॥
मनमोहन की बात बतायें ।
मैडम ,मैडम जी मिमयायें ।
होता है नित नया घोटाला
एड़ा बनकर पेड़ा खायें ।
हाथ में एतना ताकत
फिर भी बनते हैं मजबूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर ----------
मंहगाई का दानव आया ।
मंत्री ने कारण बतलाया ।
"देश के सभी गरीबों ने भी
जब से अन्न खरीदा खाया ।"
कैटिल क्लास है जनता
ई ट्विटियाये शशि थरूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर-----------
आय हाय मोरे ए राजा ।
टू जी ने बजवाया बाजा ।
तभी पकड़ में आये बच्चू
मीडिया ने जब डंडा भांजा ।
संसद से तिहाड़ में आकर
कैसा लगा हुजूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर-------
अपनी मांगें यूं मनवाओ ।
ट्रेन रोक दो ,बस को जलाओ ।
बिगड़ेगा कुछ नहीं तुम्हारा
सम्मानित नेता कहलाओ ।
लोकतंत्र में वोट के आगे
शासन है मजबूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर------
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सुरक्षित , शांतिपूर्ण और प्यार तथा उमंग में डूबी हुई होली की सतरंगी शुभकामनायें ।
अजय कुमार
बहुत बढ़िया .... होली की मंगलकामनाएं
ReplyDeleteआपको और आपके पूरे परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteHa ha ha ha ! :) veri nive n thoight provoking too ! :)
ReplyDeleteमनमोहन की बात बतायें ।
ReplyDeleteमैडम ,मैडम जी मिमयायें ।
होता है नित नया घोटाला
एड़ा बनकर पेड़ा खायें ।
हाथ में एतना ताकत
फिर भी बनते हैं मजबूर ॥....
वाह..क्या खूब ...कटाक्ष किया है...
आपको रंगपर्व होली पर अनेक सतरंगी शुभकामनायें !
is tyohaar par kuchh burai nasht ho jaaye yahi kaamna karti hoon .happy holi aapko .
ReplyDeleteहोली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
ReplyDeletejai baba banaras...
मनमोहन की बात बतायें ।
ReplyDeleteमैडम ,मैडम जी मिमयायें ।........
होली की हार्दिक शुभ-कामनायें!
बहुत सार्थक और सुन्दर...होली की हार्दिक शुभकामनायें..
ReplyDeleteबहुत खूब ....होली की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteव्यंगों से भरपूर
ReplyDeleteअरे ई होली का है सुरूर-----------
सुन्दर कविता के साथ होली की हार्दिक शुभकामनायें ।
जाने कब होगा चकनाचूर
ReplyDeleteमैडम जी का राज गुरूर
खैर, बहुत सुन्दर व्यंग्य बाण होली पर ! आपको भी होली की शुभकामनाये !
होली के सुरूर में इतना सच ....बहुत अच्छी प्र्श्काश ..
ReplyDeleteहोली की शुभकामनायें
रंगों के पावन पर्व होली के शुभ अवसर पर आपको और आपके परिवारजनों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ...
ReplyDeleteबहुत सार्थक और सुन्दर...होली की हार्दिक शुभकामनायें..
ReplyDeleteहोली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
ReplyDeleteआपको भी परिवार सहित होली की बहुत-बहुत मुबारकबाद... हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार को होली की बहुत मुबारकबाद एवं शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteसादर
समीर लाल
बेचारे MMS को बिना साबुन पानी के ही धो डाला आपने तो.
ReplyDeleteहोली पर्व की घणी रामराम.
अपनी मांगें यूं मनवाओ ।
ReplyDeleteट्रेन रोक दो ,बस को जलाओ ।
बिगड़ेगा कुछ नहीं तुम्हारा
सम्मानित नेता कहलाओ ।
लोकतंत्र में वोट के आगे
शासन है मजबूर ॥
सार्थक लेखन .....
आपको रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
होली की शुभकामना....
ReplyDeleteअपनी मांगें यूं मनवाओ ।
ReplyDeleteट्रेन रोक दो ,बस को जलाओ ।
बिगड़ेगा कुछ नहीं तुम्हारा ...
आज का सच है ये ... सही कहा है आपने .....
आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....
बहुत सुन्दर ………॥
ReplyDeleteBeautiful creation on Holi festival.
ReplyDeleteHappy Holi.
होली पर इस कविता ने खूब गुदगुदाया।
ReplyDelete‘आय हाय मोरे राजा‘ कहने का अंदाज़ पसंद आया।
होली पर्व की अशेष हार्दिक शुभकामनाएं।
चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 22 -03 - 2011
ReplyDeleteको ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..
http://charchamanch.uchcharan.com/
व्यवस्था पर व्यंग्य करती अच्छी रचना।
ReplyDeleteबेहतरीन कटाक्ष
ReplyDeleteबेहतरीन व्यंग , होली के संग !
ReplyDeleteआपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी
ReplyDeleteकभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-
http://vangaydinesh.blogspot.com/
http://dineshsgccpl.blogspot.com/
achhi rachna....
ReplyDeleteholi ki shubhkaamnayen!!
holi ka suroor ubhar kar aaya...slides bhi acche lage...
ReplyDeleteमजेदार व्यंग होली पर सटीक रचना.
ReplyDeleteआभार .
होली का रंग ऐसा चढा कि ब्लाग परिक्र्मा ही भूल गयी बहुत दिन बाद आयी हूँ। पहली और आखिरी पँक्तियाँ तो गज़ब की हैं। बधाई इस रचना के लिये।
ReplyDeleteश्रीमान जी, मैंने अपने अनुभवों के आधार ""आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें"" हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है. मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग www.rksirfiraa.blogspot.com पर टिप्पणी करने एक बार जरुर आयेंगे. ऐसा मेरा विश्वास है.
ReplyDeleteहाहाहहाहाहा
ReplyDeleteएडा बन कर पेडा खाएं
क्या बात है..