Sunday, May 15, 2011

मेरी पचासवीं पोस्ट,तेरा चेहरा---मेरी चिंता(अजय की गठरी)

                       तेरा चेहरा
                   
तेरा चंदा जैसा चेहरा ,आते जाते लोग न देखें ।
तेरी आँखों में मस्ती है ।
इसमें छबि मेरी बसती है ।
आँखों से दिल को लूटे तूं
आँखों से बातें करती है ॥
इन आँखों का राज ये गहरा ,आते जाते लोग न देखें ॥

तुम बिन सावन सूना मेरा ।
बिन प्रियतम मन लगे ना मेरा ।
उड़े हवायें जुल्फ़ें छूकर ।
जुल्फ़ों में मन भटका मेरा ॥
इन जुल्फ़ों का रंग सुनहरा ,आते जाते लोग न देखें ॥

इस चेहरे को यूं न झुकाओ ।
अपना समझो मत शरमाओ ।
तोड़ के दुनिया की रस्मों को ।
मेरी बाहों में आ जाओ ॥
चेहरे पर ये तिल का पहरा ,आते जाते लोग न देखें ॥
************************************************
यह मेरी पचासवीं पोस्ट है , हौसला बढ़ाने के लिये सभी का शुक्रिया ।

************************************************
गठरी पर अजय कुमार

37 comments:

  1. हम तो ५०० वीं पोस्ट और उसके आगे तक आपके साथ है | चेहरे पर तिल एक शेर याद आ गया
    अब मै समझा तेरे रुखसार पर तिल का मतलब
    दौलते हुश्न पर दरवान बिठा रक्खे है |

    ReplyDelete
  2. आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
    प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
    कल (16-5-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
    देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
    अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।

    http://charchamanch.blogspot.com/

    ReplyDelete
  3. ardh shatak post ke liyen bdhaai ...akhtar khan akela kota rajsthan

    ReplyDelete
  4. ५० वीं पोस्ट की बधाई ...


    खूबसूरत अभिव्यक्ति

    ReplyDelete
  5. अर्धशतक के लिए बधाई । और इस प्रेम गीत के लिए भी ।

    ReplyDelete
  6. आप पचास की बात करते हैं.. अभी तो पता नहीं कितने शून्य और लगने हैं इसके आगे.. मैं तो बस यही कहूँगा कि
    इस अजय की गठरी को कोइ छू नहीं सकता,
    जिस अजय के गठरी की निगेहबान हैं आँखें!!

    ReplyDelete
  7. बहुत सुंदर रचना....
    ५० वीं पोस्ट की बधाई ...
    सतत लेखन की शुभकामनायें....

    ReplyDelete
  8. बधाई स्वीकार करें। सुनील जी की बातों से सहमत।

    ReplyDelete
  9. क्या बात है!
    बहुत ही सुंदर भावाभिव्यक्ति!

    ReplyDelete
  10. ५० वीं पोस्ट की बधाई एवं शुभकामनाएँ .

    ReplyDelete
  11. ५० वीं पोस्ट की ढेर सारी बधाई ....

    ReplyDelete
  12. बधाई जी ५० वी पोस्ट के लिए ...
    " इन आँखों की मस्ती के दीवाने हजारो है "...वाह !

    ReplyDelete
  13. हम भी साथ साथ हैं.............दोस्त...बहुत बधाई...:)
    क्या प्यारा सा चेहरा शब्दों में दिखा दिया...:)

    ReplyDelete
  14. आंखों से बाते करती है पर से याद आया
    मुमकिन है कल जुबानो कलम पर हों बंदिशे
    आंखों को गुफतगू का सलीका सिखाइये

    ReplyDelete
  15. इस बेहतरीन प्रस्‍तुति ...के लिये बहुत-बहुत बधाई ।

    ReplyDelete
  16. बहुत बढ़िया भावपूर्ण रचना अभिव्यक्ति...

    ReplyDelete
  17. बहुत खूब .. प्रेम की उन्मुक्त रचना ... प्रेम की भाव लिए ... शानदार प्रस्तुति ...

    ReplyDelete
  18. ५० वीं पोस्ट की बधाई ...

    ReplyDelete
  19. ५० वीं पोस्ट की बधाई|बहुत ही सुंदर भावाभिव्यक्ति

    ReplyDelete
  20. तेरा चंदा जैसा चेहरा ,आते जाते लोग न देखें ।
    चेहरे पर ये तिल का पहरा ,आते जाते लोग न देखें ॥
    बहुत सुंदर रचना ।

    ReplyDelete
  21. इस बेहतरीन रचना एवं ५० वीं पोस्ट की बधाई । जुल्फों पर सुन्दर अभिव्यक्ति।

    ReplyDelete
  22. बात तो आपने सही कहा है पर जीतने भी हमारे देश के नेता है सब एक से बढ़कर एक है! चूँकि मैं पांडिचेरी की हूँ इसलिए जयललिता मुख्यमंत्री बनी फिर से इस बात की ख़ुशी हुई!
    ५० वीं पोस्ट पूरे होने की बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनायें!
    इस सुन्दर और शानदार रचना के लिए भी बधाई!

    ReplyDelete
  23. अजय जी,
    शानदार 50 वीं पोस्ट की बधाई एवं शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  24. ५० वीं पोस्ट की बधाई एवं शुभकामनाएँ .

    ReplyDelete
  25. इशक,मे जब डूब जाते है……तब कही जा कर

    कुछ बयान होता है …।तभी जा कर कोई तिल

    नज़र आता है

    ReplyDelete
  26. ५०वीं पोस्ट की बधाई .....
    प्रभावी अभिव्यक्ति .....आभार !

    ReplyDelete
  27. बहुत सुंदर प्रस्तुति
    ५० वीं पोस्ट की बधाई विवेक जैन vivj2000.blogspot.com

    ReplyDelete
  28. 50वी पोस्ट की बधाई
    बहुत सुन्दर पोस्ट

    ReplyDelete
  29. बन्धु आपके दूसरे छन्द ने आर सी प्रसाद सिंह जी की याद दिलादी
    वर्षा की रिमझिम में मेरी सुध आये, तो
    बूंदों की सरगम पर कोई धुन गा लेना

    ReplyDelete
  30. आप करेले की दाल खाकर देखिएगा आपको अच्छा लगेगा! डरने की कोई ज़रुरत नहीं है!

    ReplyDelete
  31. वाह जनाब, बहुत ही सुन्दर प्यार भरी रचना ... आभार !

    ReplyDelete
  32. अर्धशतक के लिए बधाई !

    ReplyDelete
  33. bhavpurn sunder prastuti
    rachana

    ReplyDelete
  34. अत्यंत ही कोमल प्रेममयी भावपूर्ण कब्यांजलि... ...अपार शुभ कामनाएं ..हार्दिक अभिनन्दन.....

    ReplyDelete
  35. प्यारा-सा श्रंगारिक गीत.
    मुझे भा गया मेरे मीत.

    50 वी.पोस्ट की बधाई.

    ReplyDelete
  36. congratulation... acchi rachna...

    ReplyDelete