Saturday, March 19, 2011

अरे ई होली का है सुरूर----(अजय की गठरी)


अरे ई होली का है सुरूर ।
खा के भांग,नशे में चूर ॥

मनमोहन की बात बतायें ।
मैडम ,मैडम जी मिमयायें ।
होता है नित नया घोटाला
एड़ा बनकर पेड़ा खायें ।
हाथ में एतना ताकत
फिर भी बनते हैं मजबूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर ----------

मंहगाई का दानव आया ।
मंत्री ने कारण बतलाया ।
"देश के सभी गरीबों ने भी
जब से अन्न खरीदा खाया ।"
कैटिल क्लास है जनता
ई ट्विटियाये शशि थरूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर-----------

आय हाय मोरे ए राजा ।
टू जी ने बजवाया बाजा ।
तभी पकड़ में आये बच्चू
मीडिया ने जब डंडा भांजा ।
संसद से तिहाड़ में आकर
कैसा लगा हुजूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर-------

अपनी मांगें यूं मनवाओ ।
ट्रेन रोक दो ,बस को जलाओ ।
बिगड़ेगा कुछ नहीं तुम्हारा
सम्मानित नेता कहलाओ ।
लोकतंत्र में वोट के आगे
शासन है मजबूर ॥
अरे ई होली का है सुरूर------
*********************************
सुरक्षित , शांतिपूर्ण और प्यार तथा उमंग में डूबी हुई होली की सतरंगी शुभकामनायें ।

अजय कुमार

35 comments:

डॉ. मोनिका शर्मा said...

बहुत बढ़िया .... होली की मंगलकामनाएं

vandana gupta said...

आपको और आपके पूरे परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

बाबुषा said...

Ha ha ha ha ! :) veri nive n thoight provoking too ! :)

Dr (Miss) Sharad Singh said...

मनमोहन की बात बतायें ।
मैडम ,मैडम जी मिमयायें ।
होता है नित नया घोटाला
एड़ा बनकर पेड़ा खायें ।
हाथ में एतना ताकत
फिर भी बनते हैं मजबूर ॥....

वाह..क्या खूब ...कटाक्ष किया है...

आपको रंगपर्व होली पर अनेक सतरंगी शुभकामनायें !

ज्योति सिंह said...

is tyohaar par kuchh burai nasht ho jaaye yahi kaamna karti hoon .happy holi aapko .

Unknown said...

होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!

jai baba banaras...

पी.एस .भाकुनी said...

मनमोहन की बात बतायें ।
मैडम ,मैडम जी मिमयायें ।........
होली की हार्दिक शुभ-कामनायें!

Kailash Sharma said...

बहुत सार्थक और सुन्दर...होली की हार्दिक शुभकामनायें..

सदा said...

बहुत खूब ....होली की शुभकामनाएं ।

डॉ टी एस दराल said...

व्यंगों से भरपूर
अरे ई होली का है सुरूर-----------

सुन्दर कविता के साथ होली की हार्दिक शुभकामनायें ।

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

जाने कब होगा चकनाचूर
मैडम जी का राज गुरूर
खैर, बहुत सुन्दर व्यंग्य बाण होली पर ! आपको भी होली की शुभकामनाये !

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

होली के सुरूर में इतना सच ....बहुत अच्छी प्र्श्काश ..

होली की शुभकामनायें

समयचक्र said...

रंगों के पावन पर्व होली के शुभ अवसर पर आपको और आपके परिवारजनों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ...

संजय भास्‍कर said...

बहुत सार्थक और सुन्दर...होली की हार्दिक शुभकामनायें..

संजय भास्‍कर said...

होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।

Shah Nawaz said...

आपको भी परिवार सहित होली की बहुत-बहुत मुबारकबाद... हार्दिक शुभकामनाएँ!

Udan Tashtari said...

आपको एवं आपके परिवार को होली की बहुत मुबारकबाद एवं शुभकामनाएँ.

सादर

समीर लाल

ताऊ रामपुरिया said...

बेचारे MMS को बिना साबुन पानी के ही धो डाला आपने तो.

होली पर्व की घणी रामराम.

Dr Varsha Singh said...

अपनी मांगें यूं मनवाओ ।
ट्रेन रोक दो ,बस को जलाओ ।
बिगड़ेगा कुछ नहीं तुम्हारा
सम्मानित नेता कहलाओ ।
लोकतंत्र में वोट के आगे
शासन है मजबूर ॥

सार्थक लेखन .....
आपको रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !

Rajesh Kumar 'Nachiketa' said...

होली की शुभकामना....

दिगम्बर नासवा said...

अपनी मांगें यूं मनवाओ ।
ट्रेन रोक दो ,बस को जलाओ ।
बिगड़ेगा कुछ नहीं तुम्हारा ...

आज का सच है ये ... सही कहा है आपने .....
आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....

भंगार said...

बहुत सुन्दर ………॥

ZEAL said...

Beautiful creation on Holi festival.
Happy Holi.

महेन्‍द्र वर्मा said...

होली पर इस कविता ने खूब गुदगुदाया।

‘आय हाय मोरे राजा‘ कहने का अंदाज़ पसंद आया।

होली पर्व की अशेष हार्दिक शुभकामनाएं।

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 22 -03 - 2011
को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..

http://charchamanch.uchcharan.com/

मनोज कुमार said...

व्यवस्था पर व्यंग्य करती अच्छी रचना।

M VERMA said...

बेहतरीन कटाक्ष

ZEAL said...

बेहतरीन व्यंग , होली के संग !

Dinesh pareek said...

आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी

कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-
http://vangaydinesh.blogspot.com/
http://dineshsgccpl.blogspot.com/

CS Devendra K Sharma "Man without Brain" said...

achhi rachna....

holi ki shubhkaamnayen!!

Vijuy Ronjan said...

holi ka suroor ubhar kar aaya...slides bhi acche lage...

shikha varshney said...

मजेदार व्यंग होली पर सटीक रचना.
आभार .

निर्मला कपिला said...

होली का रंग ऐसा चढा कि ब्लाग परिक्र्मा ही भूल गयी बहुत दिन बाद आयी हूँ। पहली और आखिरी पँक्तियाँ तो गज़ब की हैं। बधाई इस रचना के लिये।

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

श्रीमान जी, मैंने अपने अनुभवों के आधार ""आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें"" हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है. मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग www.rksirfiraa.blogspot.com पर टिप्पणी करने एक बार जरुर आयेंगे. ऐसा मेरा विश्वास है.

महेन्द्र श्रीवास्तव said...

हाहाहहाहाहा
एडा बन कर पेडा खाएं

क्या बात है..