चांदनी का शमां ये सुहाना , जाने किसको बनाये दीवाना ।
देखकर मुझको तिरछी नजर से , दिल में सीधे उतरती हो जांनां ॥
मैं हूं आशिक तेरा हुश्नवाले , अपनी आंखों में मुझको बसा ले ।
ये निगाहें तेरी जादुई हैं , ये निगाहें तेरी कातिलाना ॥
आज पीने दे जी भर के साकी , कल से छोड़ुंगा पीना मैं साकी ।
आज प्याले को रख दो बगल में , आज नजरों से मुझको पिलाना ॥
मैं इबादत करुंगा तुम्हारी , दौलत-ए-हुश्न मुझको है प्यारी ।
हुश्न तेरा गजब ढा रहा है , फिदा तुझ पर है तेरा दीवाना ॥
लब पे मुस्कान मासूम चेहरा ,ख्वाब को मेरे कर दो सुनहरा ।
हुश्न का गहना है मुस्कुराहट , तुम सदा ऐसे ही मुस्कुराना ॥
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अजय कुमार (गठरी पर)
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देखकर मुझको तिरछी नजर से , दिल में सीधे उतरती हो जांनां ॥
मैं हूं आशिक तेरा हुश्नवाले , अपनी आंखों में मुझको बसा ले ।
ये निगाहें तेरी जादुई हैं , ये निगाहें तेरी कातिलाना ॥
आज पीने दे जी भर के साकी , कल से छोड़ुंगा पीना मैं साकी ।
आज प्याले को रख दो बगल में , आज नजरों से मुझको पिलाना ॥
मैं इबादत करुंगा तुम्हारी , दौलत-ए-हुश्न मुझको है प्यारी ।
हुश्न तेरा गजब ढा रहा है , फिदा तुझ पर है तेरा दीवाना ॥
लब पे मुस्कान मासूम चेहरा ,ख्वाब को मेरे कर दो सुनहरा ।
हुश्न का गहना है मुस्कुराहट , तुम सदा ऐसे ही मुस्कुराना ॥
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अजय कुमार (गठरी पर)
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